बलिया खबर,सामूहिक विवाह फर्जीवाड़ा: चोरों पर होगी कार्रवाई; बख्शे नहीं जाएंगे दोषी I

Ballia Khabar: असीम-अरुण बोले,चोरो पर होगी कार्यवाही I

सामूहिक विवाह योजना फर्जीवाड़े की जांच के करने के लिए जनपद पहुंचे समाज कल्याण राज्यमंत्री असीम अरुण ने कहा कि किसी भी अपराधी को छोड़ा नहीं जाएगा। जो कोई भी कोई बचा है तो उसकी भी जांच होगी और कार्रवाई होगी। उन्होंने ये भी कहा कि सिस्टम को मजबूत करेंगे, ताकि आगे से ऐसा अपराध करने से लोग डरेंगे ।

मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना में फर्जीवाड़ा करने वाले सहायक विकास अधिकारी भानु प्रताप और लिपिक रवींद्र गुप्ता को निदेशक समाज कल्याण ने शुक्रवार को देर शाम निलंबित कर दिया। विकासखंड मनियर में 25 जनवरी को आयोजित मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह समारोह में 568 कन्याओं का विवाह संपन्न कराया गया था।

जिसमे बहुत ऐसी कन्याये थी जिसकी शादी बिना वर के ही कर दिया गया जो कि घोर निंदनीय है ऐसा नहीं होना चाहिए l

अब तक गड़बड़ी करने वाले 15 आरोपितों को जेल भेजा जा चुका है। मुख्य विकास अधिकारी ओजस्वी राज ने बताया कि मामले में कई ग्राम पंचायत अधिकारियों को भी चिन्हित किया गया है।

ये भी बताया जा रहा है कि इसमे कई जनसेवा संचालक भी है I

ब्लाक  मनियर में 25 जनवरी को आयोजित मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह समारोह में 568 कन्याओं का विवाह संपन्न कराया गया था। आयोजन के दिन से ही विवाहिताओं द्वारा दोबारा लाभ लेने के लिए फिर से सामूहिक विवाह समारोह में बैठने का वीडियो इंटरनेट मीडिया पर वायरल होने लगा।

इसको लेकर सीडीओ ने पहले दिन जिला कृषि अधिकारी, जिला दिव्यांगजन अधिकारी और जिला पिछड़ा वर्ग अधिकारी की तीन सदस्यीय समिति गठित की थी।और जाँच शुरू कर दी l

अपराध कर्तावो के खिलाफ दर्ज किया गया मुकदमा :

जांच टीम ने मनियर विकास खंड  के सुल्तानपुर, ककरघट्टा खास एवं मानिकपुर में आठ अपात्रों को पकड़ा था। इस मामले में सहायक विकास अधिकारी एवं समाज कल्याण सहित नौ लोगो के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया था। उसके बाद  सीडीओ ने बीस जिला स्तरीय अधिकारियों की टीम गठित कर  प्रत्येक विवाहिताओं का सत्यापन कराया।

उपहार में दिए गए सामान रखवाया गया:

जांच के दौरान मिले  बेरूआरबारी में 133 में 86, बांसडीह में 125 में 54, रेवती में 136 में 50 और मनियर ब्लाक में 174 में 85 विवाहित जोड़े अपात्र मिले हैं। अपात्रों को  उपहार में दिए गए सामानों को मंगाकर ब्लाकों में शुरक्षित रखवा दिया गया है।

अब तक इन लोगो को  किया जा चुका है निलंबित:

इस मामले में लगातार जांच चल रही  है। जिलाधिकारी रवींद्र कुमार ने बेरूआरबारी, बांसडीह, रेवती के प्रभारी सहायक विकास अधिकारी भानु प्रताप और लिपिक रवींद्र गुप्ता को निलंबित करने की संस्तुति की थी।

बिचौलियों में मचा हड़कम्प:

जाँच होने से बिचौलियों में हड़कम्प मचा हुवा है l लोगो का मानना है कि अगर इस तरह से हर बिभाग में जाच होती रहे तो रिश्वत खोरो पर लगाम लगाया जा सकता है l

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *